रिजवान खान – आगर मालवा। example of humanity: इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में जहां पर लोगों को एक दूसरे के पास बैठकर बात करने तक का समय नहीं है ऐसी स्थिति में आगर मालवा जिले से मानवता की मिसाल पेश कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक बंदर की मौत होने पर ग्रामीणों द्वारा हिंदू रीति रिवाज अनुसार बंदर का अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए और पूरी रीती रिवाज अनुसार बंदर का अंतिम संस्कार किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आगर मालवा जिले के ग्राम कंडारी में अचानक करंट लगने से एक बंदर की मौत हो गई, बंदर की मौत की सूचना जब ग्रामीण युवाओं को मिली तो युवकों द्वारा एक दूसरे से संपर्क कर बंदर की मौत की सूचना ग्रामीणों को दी गई। जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हुए और बंदर के अंतिम संस्कार हेतु सामग्री इकट्ठा की गई, जिसके बाद सभी ग्रामीणों द्वारा पूरे हिंदू रीति रिवाज अनुसार बंदर का अंतिम संस्कार किया गया। वही इस मामले में जब ग्रामीण से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे गांव वालों द्वारा यह एक अच्छा कार्य किया गया है
और हम सभी से यही अपेक्षा करते हैं कि अगर कहीं पर भी किसी जीव की मौत होती है तो उसका विधि विधान अनुसार अंतिम संस्कार करें ताकि उसकी आत्मा को शांति मिल सके यह जीव प्रकृति का सौंदर्य है और हमें जीवों के प्रति हमेशा दया की भावना रखनी चाहिए। वहीं इस मानवीय कार्य में श्याम सिंह ,कमल सिंह, कालू सिंह जसवंत सिंह,मुकेश परमार यश परमार, देव सिंह आदि ने मिलकर किया गया ।