दीपक कुमार गर्ग – शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के जयसिहंगर में घटी दर्दनाक घटना हर माता-पिता को सतर्क करने वाली है। दरअसल यहां 10 साल के बच्चे की आंख लोहे का तिरनुमा भाला घुस गया, बालक सुबह डिश टीवी की छतरी में सिग्नल सेट करने छत पर चढ़ा था, इस दौरान उसका पैर फिसल गया, छत के नीचे रखा नुकीला भाला उसके दाहिनी आंख के पास घुस गया। जिसे परिजन आनन-फानन में हाथ में 05 फीट का नुकीला भाला पकड़कर जयसिंहनगर से 50 किलो मीटर का सफर तंय कर शहडोल जिला अस्पताल पहुंचे। जँहा डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन के बाद बालक के चेहरे से सरिया सुरक्षित निकाल लिया। बता दें कि शहडोल जिले जयसिहनगर थानां क्षेत्र के ग्राम कुबरा के रहने वाले 10 वर्षीय बालक अनिल कोल टीवी देखने के लिए गया, जहां टीवी पर सिग्नल नही मिलने पर छत में लगे, डिश टीवी की छतरी में सिग्नल सेट करने छत पर चढ़ा था। इस दौरान उसका पैर फिसल गया और छत के नीचे रखा नुकीला भाला उसके दाहिने आंख के पास घुस गया। परिजन आनन-फानन में हाथ में पांच फीट का नुकीला भाला पकड़कर जयसिंहनगर अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टरो ने क्रिटिकल कंडीशन होने के कारण शहड़ोल जिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन आनन-फानन में हाथ में पांच फीट का नुकीला भाला पकड़कर जयसिंहनगर से आटो में सवार होकर 50 किलोमीटर का सफर तंय कर जिला अस्पताल पहुचे, जहां बालक की हालत को देखकर सभी दंग रह गए। शहड़ोल जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ डीएस परिहार ने ड्यूटी पर तैनात डॉ अपूर्व पांडे धनंजय चतुर्वेदी सभी ने मिलकर 20 मिनट के सफल ऑपरेशन के बाद बालक के चेहरे से नुकीला भाला निकाल लिया। ऑपरेशन के बाद बच्चे की आंख सुरक्षित है। बच्चे को डॉक्टर की निगरानी में रखा गया है।