राज कुमार – आगर मालवा। मां पितांबरा नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज आगर मैं कॉलेज प्रशासन की लापरवाही की वजह से 10 छात्रों के परीक्षा से वंचित होने का मामला सामने आया है जिसमें, जिसके मामले में छात्रों ने आज शनिवार को आगर कलेक्ट्रेट में एक शिकायती आवेदन भी दिया है। छात्र द्वारा दिए गए आवेदन में बताया कि उन्होंने कॉलेज में लगभग 02 वर्ष पूर्व प्रवेश लिया था। व विधिवत फीस भी जमा की गई, किंतु कॉलेज प्रशासन विगत 02 वर्षों से छात्रों की परीक्षा नहीं ले रहा है। और हर बार कुछ ना कुछ बहाना बनाकर परीक्षा से वंचित कर देते हैं। छात्रों ने बताया कि कॉलेज के बाकी सभी छात्र मई माह में ही परीक्षा दे रहे हैं लेकिन कॉलेज प्रशासन द्वारा उनकी परीक्षा नहीं ली जा रही है। जिसकी वजह से छात्रों को एक ही कक्षा में 2 से 3 वर्ष तक का समय लग रहा है। जिसकी वजह से छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिस कारण छात्रों का भविष्य व धन दोनों बर्बाद हो रहे हैं। आवेदन में मांग की है कि छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले कॉलेज प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
वहीं संपूर्ण मामले की जानकारी मिलने पर एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव अंकुश भटनागर सभी छात्रों को लेकर मां पीतांबरा नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक भूपेंद्र सिंह के पास पहुंचे और छात्रों की समस्याओं को लेकर चर्चा की। तो कॉलेज संचालक ने बताया कि नामांकन समय पर नहीं आने की वजह से यह 10 छात्र मुख्य परीक्षा से वंचित रह गए। वही मामले पर एनएसयूआई सचिव ने निराकरण करवाते हुए परीक्षा से वंचित हो गए 10 छात्रों की परीक्षा सितंबर माह में करवाने हेतु के संचालक से लिखित में प्रमाण लिया गया एवं 10 छात्रों की द्वितीय वर्ष के लिए ₹15000 की फीस भी माफ करवाई गई। और छात्रों के साथ खिलवाड़ करने वाले कॉलेज प्रशासन पर कार्रवाई करवाने का भी आश्वासन दिया गया।