राज कुमार – आगर मालवा। illegal permission: नलखेड़ा नगर परिषद को मास्टर कर्मी द्वारा परिषद को पहुँचाया हज़ारों रुपये का राजस्व नुक़सान , बता दें कि व्यावसायिक दुकानों को आवासीय मकान में लेकर कंपाउंडिंग परमिशन दी गई है जिसमें MOS के नियम का स्पष्ट उल्लंघन किया जा रहा है। इससे शासन एवं पर परिषद को हजारों रुपए की राजस्व हानि हुई । जब इस विषय में प्रभारी सीएमओ पवन फुल फकीर से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि यह मेरी संज्ञान में नहीं है, सबसे बड़ा सवाल यह हैं बिना सीएमओ के संज्ञान में उनके डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग हुआ कैसे
क्या किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुँचाने के लिए व्यावसायिक अनुमति को आवासीय अनुमति में बदल दी गई , नगर परिषद नलखेड़ा में अनुमति का राजस्व चोरी का खेल में कौन कौन शामिल हैं यह जाँच का विषय हैं । इस संबंध में प्रभारी सीएमओ पवन कुमार फूलफकीर से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया जानकारी नहीं है। प्रभारी CMO का कहना है कि वह नगर परिषद में पहुंचकर फाइल चेक करने के बाद ही बता पाएंगे कि किस चीज की परमिशन परिषद द्वारा दी गई है।
वहीं इस पूरे प्रकरण में मस्टर कर्मी परमिशन प्रभारी सुमित जैन से जब चर्चा की गई तो, उनका कहना है भी कि वह अभी बाहर है उन्हें जानकारी नहीं है वह भी कार्यालय पहुंचकर बता पाएंगे की परमिशन कब और किस चीज की दी गई है, जबकि नगर परिषद में परमिशन इंजीनियर द्वारा ही दी जाती हैं, इंजीनियर द्वारा इस तरह जवाब देना संदेह के घेरे में आ रहा है कि उनके द्वारा मामले में छुपाने का प्रयास किया जा रहा है।