प्रवीण कुमार – कटनी। बास के जंगल में प्रकट हुई थी मां जालपा चैत की नवरात्रि में सुबह से लगी श्रद्धालुओं की मंदिर प्रांगण में भीड़ दरअसल वर्षों से लोगों की आस्था का केंद्र है कटनी की मां जालपा देवी मडिया। बता दें कि मां जालपा मडिया में दूर-दूर से लोग अपनी मनो कामना लेकर परिवार सहित आते हैं। ऐसा बताया जाता है कि, मां जालपा की प्रतिमा जहां पर बांस के जंगल से प्रकट हुई थी। वर्षों पहले वहां पर बांस का एक घना जंगल हुआ करता था। इसी बांस के जंगल में माता की सिला प्रकट हुई थी जालपा माता के मंदिर में लगभग 50 वर्ष पूर्व समिति द्वारा जयपुर से मां जालपा मां कालका और मां शारदा की प्रतिमाएं लाकर स्थापित की गई।
इस मंदिर प्रांगण में इसके साथ ही चौसठ योगिनी की प्रतिमा की स्थापना भी की गई। नवरात्र के अलावा साल भर यहां पर माता के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। आज बुधवार के दिन चैत की नवरात्र में सुबह से ही माता के दर्शन के लिए भक्तों की जालपा मंदिर में भारी भीड़ नजर आई सभी भक्त माता के दर्शन के लिए लालायित नजर आए।