स्कूल में कटी बालिका की उंगली का स्कूल प्रशासन नहीं कराया इलाज, पुलिस ने सत्यम पब्लिक हाई सेकेंडरी स्कूल तनोडिया के संचालक, स्कूल मैनेजर व एक शिक्षक पर प्रकरण दर्ज कर किया गिरफ्तार

स्कूल में कटी बालिका की उंगली का स्कूल प्रशासन नहीं कराया इलाज, पुलिस ने सत्यम पब्लिक हाई सेकेंडरी स्कूल तनोडिया के संचालक, स्कूल मैनेजर व एक शिक्षक पर प्रकरण दर्ज कर किया गिरफ्तार

राज कुमार – आगर मालवा। जिले के तनोडिया में स्थित सत्यम पब्लिक हाई सेकेंडरी स्कूल का एक मामला सामने आया है जिसमें गत दिनों बुधवार को स्कूल में पढ़ाई कर रही एक नाबालिक बच्ची की स्कूल में बेंच (टेबल )गिरने से नाबालिक बच्ची की उंगली कट गई।जिसमें स्कूल प्रशासन द्वारा उसके इलाज में लापरवाही बरती हुऐ स्कूल प्रशासन द्वारा ना ही उसका इलाज कराया गया और ना ही परिजनों को सूचना दी गई थी।जिसकी वजह से लड़की दर्द के कारण करीब 2-3 घंटे स्कूल में बैठी रही और रोती रही वह जब शाम को स्कूल से छुट्टी होने पर घर पहुंचने पर अपनी आप बीती अपने परिजनों को सुनाई तो परिजन तुरंत उनके द्वारा नाबालिक बच्ची को इलाज के लिए इंदौर ले जाया गया।जहां पर डॉक्टर को बताया गया तो डॉक्टर के द्वारा नाबालिक बच्चों की दहाने हाथ की सबसे छोटी उंगली को काट दिया गया।मामले में तनोडिया पुलिस चौकी ने परिजन की शिकायती आवेदन पर जांच कर स्कूल संचालक, स्कूल मैनेजर, स्कूल शिक्षक पर प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया।

दर्द के मारे कतराती रही नाबालिक बच्ची,स्कूल प्रशासन ने नहीं की कोई सुनवाई – स्कूल के लंच टाइम में करीब 1:30 बजे नाबालिक बच्ची की उंगली कटी थी नाबालिक लड़की की बड़ी बहन जो उसी स्कूल में पढ़ाई करती है। उसने स्कूल शिक्षक को उंगली कटने की बात बताई तो शिक्षक ने प्राथमिक उपचार कर उसे वापस क्लास में बिठा दिया।लेकिन नाबालिक बच्ची दर्द के मारा है कतरा रही नाबालिक बच्ची बिलख-बिलख कर क्लास में बैठी बैठी रो रही थी,जब उसकी बड़ी बहन ने शिक्षक से बोला कि उसकी छुट्टी कर दीजिए तो वह घर जाकर उसका इलाज करवाएगी तो शिक्षक ने उसे स्कूल संचालक के पास जाने को कहा जब नाबालिक बच्ची की बड़ी बहन स्कूल संचालक के पास गई तो स्कूल संचालक व स्कूल मैनेजर ने उसे डरा कर कहा कि चुपचाप जाकर क्लास में बैठ जाओ छुट्टी होने पर ही घर जा सकोग। और रोने पर मुर्गा बनाने को कहा, स्कूल प्रशासन ने नाही नाबालिक बच्ची का इलाज कराया और ना ही उसकी छुट्टी करी वह नाही उसके परिजनों को सूचना दी।

“स्कूल की छुट्टी होने के उपरांत बच्ची ने अपने आपबीती परिजनों को सुनाई” – जब शाम 5:00 बजे स्कूल की छुट्टी हुई तो दोनों बहने घर पहुंची और अपनी आप बीती अपने माता पिता को सुनाई, माता-पिता द्वारा नाबालिक बच्ची की उंगली का एक्सरे कराया तो उसमें फ्रैक्चर बताया जिसे उज्जैन से इंदौर रेफर किया गया, इंदौर में डॉक्टर ने नाबालिक बच्ची का ऑपरेशन कर उसके दाहिने हाथ की सबसे छोटी उंगली को काट दिया गया, जिससे वह शारीरिक रूप से अक्षम हो गई।

पुलिस ने जांच कर की कार्रवाई – संपूर्ण घटनाक्रम में नाबालिक बच्ची के पिता द्वारा तनोडिया पुलिस चौकी पर शिकायती आवेदन पेश किया गया और बताया गया कि स्कूल प्रबंधन की गौर लापरवाही व समय पर सूचना नहीं देने के कारण बालिका गंभीर स्थिति में इंदौर हॉस्पिटल में एडमिट हुई, यदि स्कूल द्वारा समय पर सूचना दे दी जाती तो बालिका की स्थिति ऐसी नहीं होती। शिकायती आवेदन के आधार पर पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच की गई और सत्यम पब्लिक हाई सेकेंडरी स्कूल संचालक 1. योगेंद्र सिंह पिता नारायण सिंह राठौड़ निवासी तनोडिया, 2. स्कूल मैनेजर पंकज कुंवर पति योगेंद्र सिंह राठौड़ निवासी तनोडिया, 3. भूपेंद्र सिंह पिता तेज सिंह राजपूत निवासी तनोडिया के विरुद्ध धारा 75 किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण ) अधिनियम 2015 के अधीन दंडनीय पाए जाने पर अपराध कायम किया था ।जिन्हें पुलिस द्वारा आज गिरफ्तार किया गया है जिन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।

पुलिस ने की अभिभावकों से अपील – वही सभी बालकों से भी निवेदन है कि अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखें वह ऐसी स्थिति होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें, बच्चों के साथ घटने वाली अप्रिय घटना की जानकारी पुलिस को देना स्कूल प्रबंधन व पालकों का फर्ज बनता है, जिससे मामले को तुरंत संज्ञान में लिया जा सके।

इनका कहना – नाबालिक बच्ची के दाहिने हाथ की उंगली में लगी चोट के इलाज में स्कूल प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरती गई थी, जिसके मामले में पुलिस द्वारा तीन व्यक्तियों पर प्रकरण दर्ज किया गया था जिसमें से दो को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।

सीएसपी मोतीलाल कुशवाह आगर मालवा